शिव संकर को जिसने पूजा, उसका ही उध्दार हुआ (२)
अंत काल के भव सागर में, उसका बेडा पर हुआ।
भोले संकर की पूजा करो,
दयान चरणों में इसके धरो।
हर हर महादेव शिव शम्भु,
हर हर महादेव शिव शम्बू
डमरू वाला है जग में दयालु बड़ा,
दीनदुखियों का दाता जगत का पिता,
सब पर करता है ये भोला संकर दया,
सब को देता है ये आसरा।
इन पावन चरणों में अर्पण, आकर जो एक बार हुआ,
अंत काल के भव सागर में उसका बेडा पार हुआ।
ॐ नमः शिवाय, हरी ॐ नमः शिवाय।
हर हर महादेव शिव शम्भु,
हर हर महादेव शिव शम्बू
नाम ऊँचा है सबसे महादेव का,
वंदना इनकी करते है सब देवता
इनकी पूजा से वरदान पाते है सब,
शक्ति का दान पाते है सब।
नाग असुर प्राणी सब पर ही, भोले का उपकार हुआ,
अंत काल के भव सागर में, उसका बेडा पार हुआ
शिव संकर को जिसने पूजा, उसका ही उध्दार हुआ।
अंत काल के भव सागर में, उसका बेडा पार हुआ
भोले संकर की पूजा करो,
दयान चरणों में इसके धरो।
शिव संकर को जिसने पूजा, उसका ही उध्दार हुआ।
अंत काल के भव सागर में, उसका बेडा पार हुआ
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