Thursday, 10 October 2019

Bhajle hari ko ek din to hai jaana


भजले हरी को एक दिन तो है जाना।(२)
जीवन को यदि सफल बनाना,
भजले हरी को एक दिन तो है जाना।

किसका गुमान करे, कुछ भी न तेरा।(२)
दो दिन का है ये रेन बसेरा,
दो दिन का है ये रेन बसेरा।
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जाना।

भजले हरी को एक दिन तो है जाना।(२)

पांच तत्त्व की बानी तेरी काय (२)
काय में तेरे हरी हाउ समाया,(२)
उसे ढूंढ़ने के लिए नहीं  दूर जाना,

भजले हरी को एक दिन तो है जाना।(२)

ये धन दौलत माल खज़ाना,
ये धन दौलत माल खज़ाना,
जिसपे हुआ है तू इतना दीवाना,
जिसपे हुआ है तू इतना दीवाना।
आज है तेरा, कल का नहीं है ठिकाना

भजले हरी को एक दिन तो है जाना।(२)

हरी नाम की एक ज्योति जगा ले,
हरी नाम की एक ज्योति जगा ले,
जो कुछ किआ है उसे तू भूक दे,
जो कुछ किआ है उसे तू भूक दे।
दस कहे अगर जो मुक्ति है पाना।

भजले हरी को एक दिन तो है जाना।(२)

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