Tuesday, 20 August 2019

hey bhole hey bhole

                                                     हे भोले हे भोले
हे भोले हे भोले,शंकर पधारो,हे भोले संभु पधारो
बैठे छुप के कहा,जटा धारी पधारो
बैठे छूप के कहा,गंगा जटा में तुम्हारी

हो हो गंगा जटा में तुम्हारी
हम प्यासे यहाँ
महा  सती  के  पति
मेरी सुनो वंदना

हे भोले,शंकर पधारो

बोलो छुपे हो कहा
औ मुक्ति के दाता हो
औ मुक्ति के दाता हो

पड़ा संकट यहाँ
महा सती के पति
बोलो छुपे हो कहा
हे भोले

भगीरत को गंगा
प्रभु तूने दी थी
सदर जी के पुत्रो को मुक्ति मिली

निल कंत महादेव
हमे है भरोसा
इच्छा तुम्हारे बिन
कुछ भी न होता

हे भोले शम्भू पधारो
हे गौरी शंकर पधारो

किसने रोका वहाँ
औ भस्मः रमिया
सबको तज के यहाँ
औ भस्मःरमिया
सबको तज के यहाँ

हे भोले
मेरे तपस्या का
फल  चाहे लेलो
गंगा जल अब अपने
भक्तो को देदो

प्राण पखेरू कही
प्यासा उड़ जाये ना
कोई तेरे करुणा पे
उँगली उठाये ना

भिक्षा मैं मांगू
जन कल्याण की
भिक्षा मैं मांगू
जन कल्याण की
इच्छा करो पूरी

गंगा इस्नान की
अब ना देर करो
आके कस्ट हरो
मेरी बात रक् लो
मेरी लाज रक् लो

हे भोले विषधर पधारो
डोर टूट जाए ना
मेरा जग में
नहीं कोई तेरे बिना
मेरा जग में
नहीं कोई तेरे बिना
हे भोले                   

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