Sunday, 15 May 2016

Naiya le chal parli paar

नैया ले चल परली पार नैया ले चल परली पार 
जहाँ विराजें राधारानी जहाँ विराजें राधारानी अलबेली सरकार, नैया ले चल परली पार (२)
गुण अवगुण सब तेरे अर्पण, पाप पुण्य सब तेरे अर्पण, बुद्धि सहित मन तेरे अर्पण, ये जीवन भी तेरे अर्पण 
मैं तेरे चरणों की दासी (२) मेरे प्राण आधार, नैया ले चल परली पार 
जहाँ विराजें राधारानी जहाँ विराजें राधारानी अलबेली सरकार, नैया ले चल परली पार (२)
तेरी आस लगा बैठी हूँ (२) लज्जा शील गवा बैठी हूँ, अखियाँ खूब थका बैठी हूँ, अपना आप लुटा बैठी हूँ 
सावरिया मैं तेरी रागिनी (२) तू मेरा मल्हार, नैया ले चल परली पार
जहाँ विराजें राधारानी जहाँ विराजें राधारानी अलबेली सरकार, नैया ले चल परली पार (२)
तेरे बिना कुछ चाह नहीं है (२) कोई सूझती राह नहीं है, जग की तो परवाह नहीं है 
मेरे प्रीतम मेरे मांझी (२) कर दो नैया पार, नैया ले चल परली पार 
जहाँ विराजें राधारानी जहाँ विराजें राधारानी अलबेली सरकार, नैया ले चल परली पार (२)
आनंद यहाँ घन बरस रहा है (२) पत्ता पत्ता हरस रहा है, पी पी कह कोई तरस रहा है, हरी विचारा तरस रहा है (२)
बहुत हुई अब हार गई मैं (२) क्यों छोड़ा मजधार नैया ले चल परली पार (२)
जहाँ विराजें राधारानी जहाँ विराजें राधारानी अलबेली सरकार, नैया ले चल परली पार (२)
कन्हैया ले चल परली पार, कन्हैया ले चल परली पार, कन्हैया ले चल परली पार 

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