Sunday, 20 March 2016

बड़े भाग मानुषतन पावा । सुरदुर्लभ सब ग्रंथन्हि गावा ॥

बड़े भाग मानुषतन पावा । सुरदुर्लभ सब ग्रंथन्हि गावा ॥

बड़े भाग्य से ये मनुष्य शरीर मिला है जो की देवताओ के लिए भी दुर्लभ है इसलिए इसे अच्छे कामों में लगाना चाहिए!

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