Friday, 5 June 2020

Govind Govind Hey Gopal Bhajan [ Vanshiwale mai sadke tere naam ko naam le koi dil nu karar aa gaya]

वंशीवाले मैं सदके तेरे नाम को [२] नाम ले तोहि दिल नू करार आ गया [ नाम जिस वक्त मेने लिया आपका, आप मेरे हुए मैं हुआ आपका ]
पैदा हिरदय के अंदर तड़प हो गयी [२] मेरी नस नस में कैसा खुमार आ गया [२]
दर्द काम हो गया दूर गम हो गया, चस्ने पुरनम हुयी, सर भी ख़म हो गया
दिले बज़दर दी धड़कन हुयी तेज़ तेज़, ओ वंशीवाले का शायद दयार आ गया [२]
वंशीवाले मैं सदके तेरे नाम को [२] नाम ले तोहि दिल नू करार आ गया
चरहु वेद पुराण अठारहो चौसठ तंत्र के मंत्र अराधे ३६० महाव्रत सय्यम मंगल यज्ञ पुरी पुरसारे
योग्यादी और व्रत उपासन श्री हरी दत्त सभी निरधारे, तीनहुँ लोकन के सगरे फल, श्री हरी नाम के ऊपर वारे
कृष्ण कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल नन्दलाल [२]

No comments:

Post a Comment