बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं [२]
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
बिजली कड़क रही है [२] थम थम के आएं हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
कोई बूढ़ी माँ के संग आया कोई तनहा हुआ तैयार
कोई आया भक्तों की टोली में, कोई पूरा परिवार [२]
सबकी आँखें देख रहीं कब पहुचें तेरे द्वार
छोटे छोटे बच्चों को, संग लेके आये हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
काली घनघोर घटाओं से जम जम के बरसे पानी
आगे बढ़ते ही जाना है, भक्तों ने यही है ठानी
काली घनघोर घटाओं से जम जम के बरसे पानी
आगे बढ़ते ही जाना है, भक्तों ने यही है ठानी
सबकी आस यही है की मिल जाये तेरा प्यार
भीगी भीगी पलकों पे सपने सजाये हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
तेरे ऊँचे भवन पे माँ आंबे, रहते हैं लगे मेले
मीठा फल वो ही पाते हैं जो तकलीफे झेले [२]
दुःख पाके ही सुख मिलता है, भक्ति का ये सार
मैया तेरे दरश के दीवाने आये हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
रिमझिम ये बरस रहा पानी अमृत के लगे समान
इस अमृत में भीगे पापी तो बन जाये इंसान
रिमझिम ये बरस रहा पानी अमृत के लगे समान
इस अमृत में भीगे पापी तो बन जाये इंसान
करदे मैया रानी करदे हम पे भी उपकार
हमने भी जयकारे जम जम के लगाए हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
बिजली कड़क रही है [२] थम थम के आएं हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
कोई बूढ़ी माँ के संग आया कोई तनहा हुआ तैयार
कोई आया भक्तों की टोली में, कोई पूरा परिवार [२]
सबकी आँखें देख रहीं कब पहुचें तेरे द्वार
छोटे छोटे बच्चों को, संग लेके आये हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
काली घनघोर घटाओं से जम जम के बरसे पानी
आगे बढ़ते ही जाना है, भक्तों ने यही है ठानी
काली घनघोर घटाओं से जम जम के बरसे पानी
आगे बढ़ते ही जाना है, भक्तों ने यही है ठानी
सबकी आस यही है की मिल जाये तेरा प्यार
भीगी भीगी पलकों पे सपने सजाये हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
तेरे ऊँचे भवन पे माँ आंबे, रहते हैं लगे मेले
मीठा फल वो ही पाते हैं जो तकलीफे झेले [२]
दुःख पाके ही सुख मिलता है, भक्ति का ये सार
मैया तेरे दरश के दीवाने आये हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
रिमझिम ये बरस रहा पानी अमृत के लगे समान
इस अमृत में भीगे पापी तो बन जाये इंसान
रिमझिम ये बरस रहा पानी अमृत के लगे समान
इस अमृत में भीगे पापी तो बन जाये इंसान
करदे मैया रानी करदे हम पे भी उपकार
हमने भी जयकारे जम जम के लगाए हैं, बारिशों की छमछम में तेरे दर पे आये हैं
मेहरा वाली मेहरान करदे झोलियाँ सब की भरदे [२]
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